तारो के एक शहर मे - A heart touching poem in Hindi.
October 09, 2023
एक प्यारी सी खूबसूरत कविता जो शायद मैंने ऐसे ही लिखी है , अगर आपको ये पसंद आये तो हमें कमेंट करके जरूर बताये,
"तारो के शहर मे "
तारो के एक शहर मे,
अपनों की उन बातो मे,
मै गुमसुम सा यु रहता हुँ !
खुशी भरी इस आहट मे,
मुस्कुराती हुई उस उलझन मे,
खोया-खोया रहता हुँ !
है शख्स हज़ार मेरे पास,
हज़ारों पंछी दिखते है आस - पास,
उन पंछीयो के बीच मे मै,
एक परिंदा बनकर उड़ता हुँ !
कदम चूमता हर कोई मेरा,
तलाश मे वो दिखे अधेरा ,
उस अँधेरे के दामन मे मै,
भुला - भटका रहता हुँ !
टूट जाते है वो लहमे,
छुट जाते है वो अपने,
जिन्हे भांत -भांत की वादियों से,
पल -पल समेटता रहता हुँ,
कही कहते - कहते रुक जाता हुँ,
तेरे लिखें हुए हर लफ्जो की,
गहराईयो मे डूब जाता हुँ !
तारो के एक शहर मे,
अपनों की उन बातो मे,
मै गुमसुम सा यु रहता हुँ !
मै गुमसुम सा यु रहता हुँ !
