Hindi Poems on Indian Independence Day – A Brief History

जैसे की हम सब जानते हैं की 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था। आजादी के बाद हमारे देश के लोगों का जीवन ही बदल गया। आज हमारे देश को आजाद हुए लगभग 75 साल हो चुके हैं। यह दिन हमारे सभी देश वासियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता हैं । आज हम आपको Poems on Indian Independence Day में आपको इसके इतिहास के बारे में कुछ बाते बताने जा रहे है ।  जिसे पढ़कर आपको उस समय के बारे में काफी कुछ पता चलेगा की हमारे देश के आजाद होने के पीछे कितनी मेहनत लगी और किन-किन लोगों ने हमारे देश को आजाद करवाने के लिए बहुत सहायता की थी और अपने देश के खातिर अपना बलिदान दिया था।  किन लोगो के बदौलत आज हम सवतंत्र जीवन जी रहें  है।

Hindi Poems on Indian Independence Day
Hindi Poems on Indian Independence Day 

Brief History of The Indian Independence Day

Poems on Indian Independence day को शुरू करने से पहले भारत के आजादी के विषय के ऊपर एक नजर डालते है ।आजादी की मांग की शुरुआत तो बहुत पहले ही हो गई थी। जिसमें लाखों भारतीय  युवाओं ने अपना जोगदान दिया था और बहुत से लोग तो अपने देश की लिए कुर्बान भी  हो गए थे। इन लाखों युवाओं के योगदान से हमारा देश आजादी के बहुत नजदीक पहुंच चूका था। 1857 की क्रांति के असफल होने के बाद अंग्रेजों को पता चल गया था की अब इस देश में ज्यादा देर तक शासन नहीं किया जा सकता। साल 1945 में दूसरे विश्व युद्ध के ख़तम होने के बाद अंग्रेजों की हालत बहुत ख़राब हो चुकी थी। अब हमारा देश आजादी के बहुत नजदीक  पहुंच चूका था क्यूंकि अब अंग्रेजों ने भी भारत को आजाद करने का फैसला कर लिया था और अंत में Lord Mountbatten को भारत को आजाद करने की जिम्मेदारी दी गई ।

Brief History of The Indian Independence Day
Brief History of The Indian Independence Day

अब अंग्रेजी सरकार ने यह तय कर दिया की 3 जून 1948 को भारत को आजादी देनी हैं। उसके बाद Mountbatten की भारतीय नीतियों नेताओ से बात करनी शुरू कर दी।  अंग्रेजों की यह निति थी की वह जिन देशों पर शासन करते थे उस देश को टुकड़े में आजाद किया करते थे ताकि लोग आपस में ही लड़ते रहें और उन्होंने भारत के भी बटवारे के बारे में सोच लिया था। उनका यह काम नेहरू और जिन्ना ने ओर भी आसान कर दिया था क्यूंकि यह दोनों ही भारत के बंटवारे के पीछे पड़े हुए थे।  क्योकि जिन्ना ने अलग देश बनाने की मांग रख दी थी, तो वही नहरू जी भी पीछे हटने वाले नहीं थे वो भी एक अलग स्वतंत्र भारत का सपना देख रहे थे जिसके बाद हिन्दू और मुसलमानो में आपसी बिवाद होना शुरू हो गया था। इसी कारण जो आजादी भारत को 1948 में मिलनी थी  वो 1947 को ही देने का एलान कर दिया और Mountbetten ने आजादी देना के लिए 15 अगस्त का दिन चुना।  

उसके बाद 14 अगस्त को रात 11:51 से 12:00  तक दिल्ली में नेहरू जी ने अपने भाषण दिया था इस भाषण को पुरे देश के लोगों ने सुना था। पर दूसरी ओर हमारे देश को आजादी दिलाने में जिनका सबसे ज्यादा योगदान था "Mahatma Gandhi" उन्होंने यह भाषण नहीं सुना था क्यूंकि उस समय पंजाब और बंगाल में लोगों के बीच हिंसा बहुत बढ़ चुकी थी, जिस से दुखी होकर महात्मा गाँधी जी ने इस आजादी के समय में कोई योगदान नहीं दिया।  क्यूंकि वह लोगों को लड़ते नहीं देख सकते थे। इसलिए महात्मा गाँधी जी आजादी के इस अवसर पर शामिल नहीं हुए थे।

Brief History of The Indian Independence Day
Brief History of The Indian Independence Day

कुछ महत्वपूर्ण बाते जो हमें सवतंत्रता के बाद भी अपने जीवन में विचारणी चाहिये। 

Brief History of The Indian Independence Day पढ़ने के बाद कुछ महत्वपूर्ण बाते जो हमें सवतंत्रता के बाद भी अपने जीवन में विचारणी चाहिये।  स्वतंत्रता निस्संदेह आनंद का विषय है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इस आजादी ने हम पर और भी बड़ी जिम्मेदारियां डाल दी हैं। आजादी से हम कुछ भी गलत होने के लिए अंग्रेजों को दोष देने का बहाना खो चुके हैं। अगर इसके बाद कुछ गलत होता है, तो हमारे पास खुद के अलावा और कोई दोष नहीं होगा। चीजों के गलत होने का खतरा अधिक है। समय तेजी से बदल रहा है।

बाबासाहेब अम्बेडकर जी के अनुसार मन की स्वतंत्रता ही वास्तविक स्वतंत्रता है। एक व्यक्ति, जिसका मन स्वतंत्र नहीं है, भले ही वह जंजीरों में न हो, गुलाम है, स्वतंत्र व्यक्ति नहीं है। जिसका मन मुक्त नहीं है, भले ही वह जेल में न हो, वह कैदी है और स्वतंत्र व्यक्ति नहीं है। जिसका मन जीवित होते हुए भी मुक्त नहीं है, वह मृत से श्रेष्ठ नहीं है। मन की स्वतंत्रता किसी के अस्तित्व का प्रमाण है।

आज जब हम अपने जीवन की महत्वाकांक्षा की पूर्ति देख रहे हैं और उस जीत में भाग ले रहे हैं जिसने देश की आजादी के संघर्ष को ताज पहनाया है, तो यह हमारा पहला कर्तव्य है कि हम उन लोगों की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करें जिनके बलिदानों ने इस शानदार निष्कर्ष में इतना योगदान दिया है।

आज हमारा देश उन्नति की राह पर चल रहा है।  पर कुछ लोग ऐसे हैं जो हमारे देश की आर्थिक दशा को ख़राब करने पर लगे हुए हैं। इन लोगों से हमें साबधान रहना चाहिए और अपने देश की समृद्धि के लिए आगे बढ़कर अपने देश का नाम रोशन करना चाहिए।

Hindi Poems on Indian Independence Day

आओ इससे सबंधी एक बहुत hindi poem अच्छी कविता पढ़ें जिसे पढ़ने के बाद आपको बहुत अच्छा लगेगा।

हमारा है ऋषियों का देश,

सदियों से वीरता के लिए जाने जाते हैं।

इसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता,

इसकी संस्कृति को कोई हरा नहीं सकता।

कोई भी जाति या धर्म,

यहां सभी एक साथ रहते हैं।

नदियों के साथ, मीठे फव्वारे,

यह ऊंचे पहाड़ों की भूमि है।

इसके हरे भरे जंगल सुंदर हैं,

और समृद्धि के स्रोत हैं।

आइए इसके लिए कड़ी मेहनत करें,

इसकी सुरक्षा के लिए सतर्क रहें।

मेरी और से आप सब को  Happy Independence Day.

उम्मीद है की आपको  hindi Poems on Indian Independence Day पढ़कर बहुत अच्छा लगा होगा और Brief History of The Indian Independence Day भी पता लगी होगी । इस तरह की और जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें। अगर आपको हमारे यह विचार अच्छे लगें होंगे तो कृपया इसे अपने भाई-बहनो और रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वो भी स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर इसे पढ़े और अच्छी जानकारी प्राप्त करें और अपने बच्चों को हमारे देश के इतिहास के बारें में जरूर बताये ताकि आपके बच्चों का हमारे देश के प्रति प्रेम ओर भी  गहरा हो और यदि हो सके तो comment जरूर करें आपके आपके एक comment से हमें लिखने के लिए बहुत Inspiration मिलती है।  धन्यवाद…….

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