What is Share Market in hindi

दोस्तो इस article मे आप जानेंगे Share market in Hindi, what is share market, share market kya hai , इन सभी बातो को हम समझने की कोशिश करेगे । इसके इलावा what is share, what is stock market ,types of shares and how share market works? पर भी चर्चा करेगे .,
दोस्तो share बाजार की बात करे तो ये एक ऐसा दरिया है जिसमे अगर आप ने बिना जानकारी के छलाँग लगाई, तो आप जरूर डुबोगे ।
इसमे पैसा कमाना भी बहुत आसान है और उसे खोना भी बहुत आसान है । लेकिन इसकी जानकारी हासिल करके इससे बचा जा सकता है । कई लोग share market मे invest तो करना चाहते है लेकिन सही जानकारी ना होने की वजह से invest नही कर पाते । लेकिन आज हम इसी से related basic जानकारी easy format मे share करने जा रहे है ,जिसे आप आसानी से समझ सकते हो ।



What is stock market or share market. शेयर बाजार क्या है ?
जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि Stock market और share market कोई अलग - अलग चीजे नही  है ,ये एक ऐसी संस्था या market है जहाँ पर share, Debenture ,mutual funds, Derivatives और अन्य securities की trading होती है ,अर्थात इनको खरीदा और बेचा जाता  है ।
Stock या share को मुख्य रुप से stock exchange के माध्यम से खरीदा और बेचा जाता   है । भारत मे दो मुख्य stock exchange है । 
1.)  BSE (Bombay Stock Exchange )
2.)  NSE ( National Stock Exchange )

What is share. शेयर क्या है ?

कुछ लोग share market की जानकारी रखते   होगे । लेकिन जो इस field के बारे मे बिल्कुल नही   जानते । उनके मन मे यह सवाल जरूर होगा कि भाई share market क्या है मे market का मतलब समझ मे आता है , पर ये share क्या है ।
आपकी confusion को मै बहुत ही आसान तरीके से समझाने की कोशिश करूँगा ।
Share का मतलब होता है - हिस्सा और share market की भाषा मे इसका सीधा सा अर्थ है - किसी कम्पनी मे हिस्सा ।
एक example की मदद से आप इसे पूरी तरह से समझ पायेंगे ।
मान लीजिये एक कम्पनी ने 1लाख share जारी (issue ) किये है ,अब कोई व्यक्ति उस कम्पनी के जीतने share खरीदेगा ,वह उस company के उतने हिस्से का मालिक बन जायेगा ।
जैसे किसी ने 1,00,000 share मे से 20,000 share खरीदे है तो वह उस कम्पनी के 20% हिस्से का मालिक बन जायेगा । अब वो व्यक्ति जब चाहे उन shares को किसी दुसरे व्यक्ति को बेच      सकता है ।


Different types of shares .शेयर कितने प्रकार के होते है ?

शेयर कई प्रकार के हो सकते है ,आइये एक - एक करके इनको अच्छे से समझते है ।
1.) Common,ordinary shares - इनको कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है ,तथा ज़रूरत पड़ने पर बेच सकता है । यह सबसे ordinary shares होते है ।
2.) Bonus shares - जब को कम्पनी अच्छा profit करती है और वह कम्पनी अपने शेयर धारकों ( share holders ) को profit का कुछ हिस्सा देना चाहती है ,तो company धारक को पैसे देने की बजाये bonus shares दे देती है ।
3.) Prefered Shares -  यह शेयर कंपनी के द्वारा कुछ खास लोगो के लिये ही लाये जाते है ,किसी कंपनी को जब भी पैसे की ज़रूरत होती है तो वह Market से पैसा जुटाने के लिये जो शेयर जारी करती है ,उनको खरीदने का पहला अधिकार कंपनी के कुछ खास लोगो को ही देती है । जैसे की कम्पनी के Employees. इन Share holders को कई चीजो मे preference दी जाती है और ये share काफी safe माने जाते है । 
4.) Equity shares - ये वो शेयर होते है जिनको कंपनी की शुरुआत करने के लिये जारी किया जाता है , ये शेयर काफी रिस्क वाले होते है क्योंकि इनका market price कंपनी के कार्यचलन के अनुसार ज्यादा-कम होता रहता है । 

शेयर मार्केट कैसे काम करता है ,How Share Market Works ?

कंपनी Share कैसे जारी (Issue ) करती     है ?  

 सबसे पहले कंपनियाँ अपने Shares की Stock Exchange मे लिस्टिंग करवाकर IPO  ( Initial Public Offering ) लाती है और अपने shares अपने ( company) द्वारा ही जारी किये मूल्य पर public को issue करती है ।
IPO पूरा होने के बाद shares,  market मे पहुँच जाते है और Stock Exchange और Brokers के माध्यम से Investors द्वारा खरीदे जाते है ।

Share के price कैसे change होते है ? 

शुरुआत मे कंपनी पहली वार IPO करते समय शेयर के price निर्धारित करती है लेकिन एक वार IPO पूरा हो जाने के बाद शेयर का price निर्धारित करने मे company का कोई रोल नही होता । share का price उस share की deemand और supply के आधार पर stock exchange द्वारा निर्धारित किये जाते है जो कि कम और ज्यादा होता रहता है ।

भारतीय दर्जे के stock Exchange - BSE and NSE.

भारत के दो Stock exchange है जिनमे शेयर की trading होती  ।

BSE ( Bombay Stock Exchange ) -   Bombay Stock Exchange भारत का सबसे बड़ा exchange है । 1.63 खरब डालर के पूँजीकरन के साथ यह मुम्बई मे स्थित है । यहाँ लिस्टेड कंपनियों मे रिलायंस और ऐर्ट्ल जैसी भारतीय कम्पनियाँ भी लिस्टेड है ,यहाँ पर international brand Tata motors भी listed है ।

NSE (National Stock Exchange  )-   $1.6  ट्रिलियन पूँजीकरन के साथ Nation stock exchange of India भारत मे शामिल है । NSE का आकार BSE से थोड़ा कम है । इसकी शुरुआत नवम्बर 1992 मे 25 करोड़ रुपये की समता पूँजी के साथ हुई । जिसे कई संस्थाओं ,बैंकों और बीमा कंपनियों द्वारा सैट किया गया ।

भारतीय स्टेट bank ( state bank of india ) यहाँ लिस्टेड सबसे प्रमुख कम्पनियों मे से एक है ।

Sensex और Nifty क्या है ? what is sensex and nifty ?

Sensex -  सेँसेक bombay stock exchange का सूचकांक ( Index ) है । सेंसेक्स BSE की टॉप 30 कंपनियों के कार्य प्रदर्शन को दिखाता है । sensex का निर्धारण BSE मे listed टॉप 30 कम्पनियों के market capitalisation   (कंपनियों का कुल मूल्य ) के आधार पर किया जाता है ।

अगर sensex बढ़ता है तो इसका मतलब BSE मे Registered अधिकाँश कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इसी तरह sensex गिरता है तो इसका अर्थ कंपनियों का प्रदर्शन खराब रहा है ।
Nifty- nifty भी एक सूचकांक (index ) है जो कि National stock exchange का है । NSE मे टॉप 50 कंपनियों का market capitalisation    ( कंपनियों का total value ) के आधार पर होता है । अगर nifty बड़े तो इसका मतलब NSE मे registered कंपनियों का अच्छा प्रदर्शन रहा है और अगर यह घटता है तो इसका मतलब NSE मे registered कंपनीयों  का प्रदर्शन खराब रहा है ।

सेबी क्या है ,what is SEBI in        hindi ?

भारत मे 1980 के दौरान Capital market मे तेजी आयी । कई कंपनियों की तरफ़ से लोगो को भ्रमित करने तथा उनको गुमराह करने के मामले को लेकर भारतीय government की तरफ़ से एक board स्थापित किया गया । जिसकी मदद से इन सभी गलत कार्यों पर रोक लगाई जा सके ताकि जो आम लोग है ,उनका भरोसा share market मे बना रहे ।
तब भारतीय सरकार की तरफ़ से capital issue control act ,1947 को ख़त्म करके भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम अधिनियम (security and exchange board of india act 1992 ) SEBI पास किया गया ।
कंपनी के शेयरो का मूल्य BSE मे दर्ज होता है और लाभदायता के अनुसार कम या ज्यादा होता   रहता है । पूरे बजार पर control बनाये रखने का काम SEBI द्वारा किया जाता है । जब SEBI किसी कंपनी को अनुमति देती है ,तभी कोई कंपनी IPO (Initial Public Offering ) जारी कर सकती है । बिना SEBI की अनुमति के कोई भी कंपनी IPO जारी नही कर सकती ।

Stock Market मे कंपनी कब दिखती है ?

stock market मे दिखने या listed होने के लिये कंपनी को stock exchange के साथ कई समझौते करने पड़ते है । इस समझौते के तहत कंपनी को अपनी हर गतिविधि चाहे वो निवेशकों के हित के लिये ही हो ,वो भी stock exchange को देनी पड़ती है । कंपनी के information के base पर ही कंपनी का मुलाकन होता है और मुलाकन के आधार पर ही Demand कम या ज्यादा होने पर शेयरों की कीमतों पर उतार - चढ़ाव होता है ।
अगर कोई भी कंपनी exchange के नियमों का पालन नही करती तो उसे सेबी की तरफ़ से हटाने की कारवाई शुरू कर दी जाती है । 
इसके इलावा भी कंपनी को दिखने के लिये कई चीजो से गुजरना पड़ता है जैसे कि 
कंपनी का 3 साल का रिकार्ड ,
कंपनी का market मे 25 करोड़ से ऊपर का   हिस्सा ।
IPO के आवेदन के लिये कंपनी की पूँजी कम से कम 10 करोड़ और FPO के लिये 3 करोड़ होनी चाहिये । इन सब के इलावा और भी कई चीजे होती है, जिनका कंपनी ने पालन करना होता है ।

Stock market की अन्य Trading Securities.

Stock या share market का नाम सुनते ही लोगो को लगता है कि इसमे सिर्फ shares की ही trading होती है ,पर यह धारणा बिल्कुल गलत है क्योंकि शेयर की तरह अन्य कई ओर securities होती है जिनको खरीदा ओर बेचा जाता है ।
1.) Bond / Debentures - यह एक तरह का लोन ही होता है । कंपनी को business plans के लिये पैसे की ज़रूरत होती है तो वो Bank या Investors से लोन ले सकते है ओर उसके बदले मे वो Bond या Debentures issue कर देता है । कंपनियाँ इस पर निर्धारित rate पर interest की payment करता है और Bond या Debentures की अवधि हो जाने पर बॉंड के बदले repayment करती है ।
यह शेयर के बदले मे एक सुरक्षित investment होती है क्योंकि इसमे तय समय मे व्याज मिलता रहता है और maturity पर repayment कर दी जाती है । 
2.) Mutual Fund - यह एक प्रकार की संस्था या ट्रस्ट होता है जो अपनी units (shares के जैसे ) जारी करती है । इसे खरीददार लोग mutual fund मे invest करते है । इसमे invest की गयी रकम को professional manager अपनी सूझ -भुज और अनुभव से अलग - अलग प्रकार के shares और securities मे invest करते है । 
mutual fund मे investment उन लोगो के लिये फायदेमंद है जिनको stock market का ज्यादा ज्ञान नही होता ।
लोग mutual fund मे invest करते है और mutual fund अपनी सूझबूझ से share market and other securities मे invest करते है । mutual fund का जो भी dividend प्राप्त होता है वह निवेशकों मे उनके खरीदे गये आधार पर बाँट दिया जाता है ।
3.) SIP (Systemic Investment Plan ) - sip का मतलब होता है systemic investment plan. यह Mutual fund मे निवेश करने का ही एक तरीका है । इसमे इकठ्ठा (Lump sum) निवेश करने की जगह हर महीने निशचित रकम को mutual fund मे invest किया जाता है । इस तरह हर महीने investor के bank account से राशि mutual fund मे transfer हो जाती है और उतनी राशि के बराबर ही mutual funds, units  निवेशक के account मे आ जाती है । यह सबसे सरल तरीका है और आजकल काफी प्रचलित है ।
4. Derivatives -   इसका अर्थ होता है कि भविष्य के लेंन -देन को आज निर्धारित करना । इनको stock market मे options and futures द्वारा अंजाम दिया जाता है ,derivatives करोबार तहत आप भविष्य के लेन-देन को आज एक future price पर अंजाम दे सकते है ।


Share कैसे खरीदे ,How to purchase the shares ?

अगर आप Stock market मे invest करने का निर्णय ले रहे है तो सबसे पहले आपको ये निर्णय लेना होगा कि आप shares खुद खरीदना चाहते है या फ़िर किसी broker की सहायता लेना चाहते है ।
यदि आप broker की मदद लेगे तो उसके लिये आपको ब्रोकर के साथ मिलकर Demat account and Trading account खुलवाना पड़ेगा ,यह खाते आप अपने ब्रोकर के माध्यम से खुलवा सकते है और इसका आपको काफी फायदा भी होगा क्योंकि ब्रोकर share market के प्रति आपका अच्छा मार्गदर्शन करेगा और Stock market से संबंधित अच्छी जानकारी देगा ।
इसके लिये वो पैसे या shares मे profit के बदले कुछ percentage लेता है ।

Demat account क्या है ?

भारत मे 2 ही stock Exchange है , BSE & NSE. जो कंपनियाँ इन मे लिस्टेड है उनसे ही stock खरीदे और बेचे जा सकते है ।
जिस तरह बैंक मे पैसे जमा करवा सकते है ,उसी तरह Demat account मे invest से related सभी securities जैसे कि Bond,shares,Mutual Funds आदि को Electronic form मे store किया जाता है । 
जब भी आप कोई shares या अन्य securities की trading करते है तो उसका पैसा आपके Demat account मे आता है ।
यह खाता आपके बैंक खाते के साथ link होता है , आप अपने Demat account से पैसे आसानी से Bank account मे transfer कर सकते है ।


Trading account क्या है ?

stock market मे अगर कोई व्यक्ति stock खरीदता है तो उसका मुख्य उदेश्य shares के prices बढ़ने पर उसे बेच कर लाभ कमाना होता है ।
ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग अपने शेयरों को sell and purchase करने के लिये किया जाता है । इस account मे online सुविधा होने के कारण आप शेयर आसानी से खरीद - बेच सकते है ।

Different types of Trading.

मुख्य रुप से ट्रेडिंग तीन प्रकार की होती है जो कि लोग काफी पसंद करते है । इसके इलावा भी ट्रेडिंग काफी बड़ी है , पर ये तीन Stock Exchange मे काफी popular है ।
1.) Intra- day trading - वो ट्रेडिंग जो एक दिन के अन्दर ही पूरी कर दी जाये ,उसे intra -day trading कहते है । इसमे कोई व्यक्ति एक ही दिन मे शेयरों को खरीद कर उसी दिन बेच देता है ।
2.) Scalper trading - ऐसे शेयर की ट्रेडिंग, जिन्हे खरीदने के कुछ देर बाद ही बेच दिया जाता   है ,उनको scalper trading कहते है । इसमे समय सीमा 15 से 20 मिनट तक की हो सकती है ।
पर अगर आपकी invest की गयी रकम बड़ी है तो नुकसान का खतरा ज्यादा है ।
3.) Swing trading - इसमे shares की trading की प्रक्रिया थोड़ी लम्बी होती है ,ये प्रक्रिया कुछ हफ्तों या फ़िर कुछ महीनों की हो सकती है ,इनमें शेयर के price बढ़ने का इंतजार किया जाता है और सही भाव मिलने पर उसे बेच दिया जाता है । 


How to open Demat account and Trading account ?

Demat and trading account खोलने के लिये Bank से KYC (Know Your Customer ) करवाने की ज़रूरत होती है । यह एक important process होता है ।
दोनो खातो के लिये आपको जिन Document की ज़रूरत होती है ,वो कुछ इस प्रकार है -
1.) Pan card - दोनो अकाउंट्स के लिये आपको इसकी ज़रूरत है । इसके बिना pan card के खाता खोलना मुश्किल है । इसकी photocopy पहला और ज़रूरी दस्तावेज है ।
2.) Passport size photo - आपके पास अपनी एक लेटेस्ट पासपोर्ट साइज़ फोटो होनी चाहिये ।
3.) Address proof - आपका complete resident आपके पास होना चाहिये । आप आधार कार्ड का भी use कर सकते है ।
4.) cancel check - आप के पास आपके नाम का एक cancel check होना चाहिये । यादि आपके पास आपके नाम का चेक नही है तो आप पिछले छः महीनों की bank statement का भी use कर सकते है ।
5.) Income proof - income proof के लिये लेटेस्ट salary slip लगा सकते हो । इसके इलावा आप imcome tax return  की copy भी लगा सकते हो ।
इन सभी दस्तावेजों को लगाते वक़्त अपने नाम का ध्यान रखे कि वो ठीक तरह से लिखा है और आपको Documents की सिर्फ photocopy ही लगानी है ।
Original की ज़रूरत सिर्फ verification के लिये पड़ सकती है । खाते को खोलते समय आप जहाँ पर भी sign करे ,उन पर लिखे हुए नियमों को जरूर पड़ ले । फ़िर ही sign करे ।
Demat and trading account open होने के बाद आप share market के बेव्साय करने के लिये ready हो । 
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