12वी के बाद भी है जाब्स के मौके ।


परिस्थिति कभी ऐसी आ जाती है कि हमे लगता है कि 10वी या 12वी की परीक्षा देने के बाद ही हमे तुरंत नौकरी मिल जाये  और अपने पैरो पर खड़े हो जाये ,परिवार को आर्थिक मदद करे और घर की जिम्मेदारी निभाये । ऐसे मे सवाल यह है कि आखिर कौन सी ऐसी नौकरियाँ है ,जो हम 10वी या 12वी के बाद भी कर सकते है और फ़िर इसके लिये किस तरह की तैयारी करनी चाहिये ।

जाहिर सी बात है कि 10वी या 12वी के बाद Grade -A या Grade -B स्तर की नौकरियाँ तो मिलेगी नही लेकिन Grade -C और Grade -D स्तर की नौकरियाँ मिल सकती है ,मालूम हो कि ग्रेड सी की नौकरी क्लर्क की है और ग्रेड डी की नौकरी मल्टिपल tasking की है । 10वी के बाद भी सरकारी नौकरी की कई सारी सहूलियत है । बस सही दिशा मे धेर्य के साथ थोड़ी सी मेहनत की जाये ,तो सफलता पायी जा सकती है ।


Group - C and Group- D के जॉब्स के example -

Technician ,assistant clerk ,lower division clerk (LDC) ,  ,Loco pilot , Stenographer, firemen, constable, Data entry operator (DEO) , helper , storekeeper, चपरासी आदि की नौकरियाँ पायी जा सकती है । ये नौकरियाँ भारतीय सेना ,भारतीय नौसेना ,रेलवे ,बैंकिंग , पुलिस विभाग और कई श्री विभिन मंत्रालयों मे है ।


  कौन सी qualification चाहिये ।


सिर्फ 10वी या 12वी कक्षा को पास करके ये नौकरी के लिये आवेदन कर सकते है और exam की तैयारी कर सकते है ।


कौन -कौन से विभाग ( Department) है ? 


वैसे तो कई सारे सरकारी विभाग है जो हमे नौकरी प्रदान करते है पर इनमें से तीन  मुख्य  विभाग है जो बड़े level पर नौकरियाँ का आयोजन करते है ।

1.S.S.C (staff selection commission )

2.R.R.B ( Railway  Recruitment  Board)

3.I.B.P.S ( Institute of Banking personal selection )


कौन -कौन से subject की तैयारी करनी चाहिये ?


Exam चार subject मे होते है

1.English

2.Quantitative aptitude ( Mathematics)

3. General awareness (General knowledge )

4.General intelligence (Reasoning)


 Exams की तैयारी कैसे करे 


आप अगर इंटरनेट पर सर्च करोगे तो आपको बहुत सारे ऐसे आर्टिकल्स और वीडियो मिलेगी जिनमे ये बताया जाता है कि exam को कैसे crash करते है । लेकिन जब मे खुद इन चीजो को face कर चुका हूँ तो मे बिना डरे कह सकता हूँ कि उन आर्टिकल और  वीडियो का reality से कोई खास सम्बन्ध नही होता ।  इन exam को पास करने के लिये smartness की ज़रूरत होती है ।आप का exam ज्यादातर CBT (Computer Based Test ) मे होता है और समय भी सिर्फ एक घंटे से ज्यादा नही होता । इसलिए आपको बहुत smartness तरीके के साथ ये exam handle करना होता है । आप के पास चार subject है इन सब की preparation को detail मे जानते है ।


1.Reasoning की तैयारी कैसे करे 


 Reasoning की तैयारी करने के लिये बजार मे कई सारी books उपलब्ध है । इसकी तैयारी के लिये tricks पर ध्यान देना आवश्यक है । ये कोई ज्यादा मुश्किल नही है , Reasoning मे एक्सपर्ट होने के लिये आपको थोड़ा mathematics मे भी expert होना पड़ेगा ।


English की तैयारी कैसे करे ।


 जो छात्र दसवी तक बेहतर तरीके से अँग्रेजी व्याकरण विषय का अध्यन करते है वो इस विषय मे पास हो सकते है । इसकी तैयारी के लिये basic English grammar काफी है । साथ ही इंग्लीश ट्रांसलेटर का भी ध्यान रखना चाहिये ।


quantitative aptitude (Mathematics ) की तैयारी कैसे करे ।


गणित फार्मूलों का खेल है और इस विषय पर सफलता के लीये फार्मूलों पर पकड़ होनी चाहिये ।


रीजनिग और गणित मे पकड़ ज़रूरी ।


कर्मचारी चयन आयोग (SSC) , रेलवे आदि की नौकरियाँ आसानी से पायी जा सकती है ,बस आपकी पकड़ रीज्नीग and गणित पर हो ।


कुछ basic tips जो बहुत काम के है ।


आप के पास समय सीमित होता है तो कई बार ऐसा होता है कि आप को सवाल आते भी हो तब भी आप उनको कंप्लीट नही कर पाते । पर मै कुछ ऐसी बाते share करना चाहूंगा जो आपके लिये helpful हो सकती है ।

1.Sample paper ज़रूर check करे ।

2.Exam शुरू करने से पहले पूरी तरह से active रहे ।

 3.इन exams मे negative marking भी होती है ,मतलब अगर आप कोई गलत answer देते हो तो आपके गलत जवाब के कारण आपको उस question का नेगेटिव रुप मे marks मिलेगा जो आपके सही जवाब वाले मार्क्स से (-) घटा दिया जयेगा । Normally एक गलत question की negative marking -0.50  होती है । इसलिये कोई भी question का जवाब देते समय जल्दबाजी ना   करे ।

मे फ़िर से बता रहा हूँ आप को exam देते समय time का पता भी नही चलेगा । एक limited time के अंदर पूरा exam क्लियर करना होता है तो वहाँ पर अगर कोई new केंडिडेट है वो पूरा exam तो छोड़ आधे questions भी ठीक ढंग से clear नही कर पाते । इसकी सिर्फ एक वजह है और वो है paper सही तरह से attempt ना कर पाना । मै कुछ basic points बताऊँगा जिस की मदद से exam का paper अच्छी तरह से attempt कर पाओ और उसके पीछे के reason भी share करूँगा ।


Exam को मेरे हिसाब से दो तरीकों मे complete किया जा सकता है ।


1. Systemic method.

2. Jumping method.


1. Systematic method - Exam शुरू होते ही सबसे पहले General awareness वाले questions पर जंप कीजिये और उन सभी सवालो को solve करिये

अब दूसरे नम्बर पर आता है अगला topic आता है । अगर आपकी इंग्लीश अच्छी है तो G.k के बाद इंग्लीश को preference दे सकते है लेकिन अगर आप अँग्रेजी मे वीक है तो आप  इंग्लीश की जगह reasoning को चुन सकते है और उसके बाद अँग्रेजी और last मे mathematics को solve कर सकते है । इससे आपका time काफी बचता है । क्योंकि हम एक सिस्टम की तरह एक सीरिअल मे चलते है ।

Reasons - Friends इस के पीछे एक basic सा reason है । जब starting मे आप English ,Mathematics या फ़िर reasoning जैसे subject से exam शुरू करते हो तो आप को pen -paper वर्क करना पड़ता है और अपनी इंटेलिजेंस के थ्रू सोचना भी पड़ता है । जिस वजह से आप starting मे ही काफी समय खो देते हो ,वही दूसरी तरफ़ अगर आप general knowledge से पेपर शुरू कर देते हो तो वहाँ सिर्फ ऐसे सवाल होते है जिनमे ज्यादा सोचना नही पड़ता ,इसके बाद इंग्लीश की बारी आती है इसमे पेन पेपर वर्क कुछ खास नही होता,अगर आप की grammar मजबूत है तो आप ये भी जल्दी पूरा कर सकते हो और जर्नल नालेज के बाद इसी ही try करना चाहिये । लेकिन अगर आपकी grammar कमजोर है तो यहाँ आप सवालो का जवाब सोचने मे ही काफी समय खो देते है । इसलिये आप reasoning को कर सकते हो ,मै ये इसलिये कह रहा हूँ क्योंकि ये एक ऐसा subject है जो है तो mathematics की तरह, पर इसमे आपको अपने intelligence की मदद से सवाल solve करने होते है,प्रेक्टीस से आप इसमे पर्फेक्ट हो सकते हो and एक अच्छी speed के साथ आप जल्दी solve कर सकते हो । तीसरे नंबर पर अँग्रेजी और सबसे आखिर मे mathematics को आराम से solve कर सकते हो ,क्योंकि last मे आपके पास जो टाइम बचेगा उसकी मदद से आप प्राब्लम जल्दी ख़त्म कर सकते हो ।

2.Jumped method - एक ऐसा तरीका जिसमे आप को सभी सवालो को जंप करके solve करना होता है । आप सिर्फ उन ही questions का जवाब देते हो जो आपको short लगते है और जिनको आप जल्दी से solve कर सकते हो । जो questions आप के लिये long है पर आपको लगता है कि आपको आते है उनको आप जंप कर के last मे कर सकते हो । जैसे मान लो कि आप ने G.K के सवाल पूरे कर लिये और उसके बाद आप रीज़निंग भी कर रहे हो तभी बीच मे कुछ सवाल ऐसे आते है जो आपके लिये काफी long होते है पर आप को उन सवालो को सॉल्व करना आता है तब आप जम्प करके maths मे जा सकते हो क्योंकि maths मे भी कुछ ऐसे सवाल होते है जो काफी आसान होते है जैसे pie chart ,bar diagram. इन को आप जंप करके पहले solve कर सकते  हो । English मे भी passage वाले प्राब्लम काफी आसान होते है उनको भी जंप करके जल्दी solve कर सकते हो ।

इसलिये इस  तरीके से आप वो ही सवाल पहले करते हो जो आपको आते और काफी short होते है बाकी सवाल आप jump करके tag कर देते हो और last मे करते हो । जैसा की आप स्कूल मे करते थे । काफी candidate इस method का प्रयोग करते है ।


  Cut off का रखे ध्यान !


 हर exam का कोई ना कोई cut off ज़रूर होता है जो अपके लिये काफी मददगार साबित हो सकता है । पर ज्यादातर candidate इसको नज़रंदाज़ कर देते है । पर सबसे पहले जानते है कि cut off है क्या ?

Cut off क्या है - हर एक एग्ज़ेम के लिये कोई ना कोई cut off ज़रूर तैयार किया जाता है । जैसे आप school मे exam देते थे तो उस 70 या 50 marks के exam मे अपको कम से कम 30 से 33 marks पास होने के लिये चाहिये होते थे । same उसी तरफ़  सिस्टम की तरफ़ से exam मे पास होने के लिये मिनिमम marks का settlement तैयार किया जाता है । जिनको cut off कहते है ।

 exam मे हर Categories के हिसाब से अलग -अलग cut off तैयार किये जाते है जो आप के लिये एक हेल्पिंग चान्स हो सकता  है ।

Cut off कैसे हो सकता है मददगार - मान लीजिये आप का 200 marks का पेपर है, 1 question के 2 marks है और आपकी category के हिसाब से cut off 120 marks का है मतलब आपके 100 मे से मिनिमम 60 questions सही होने चाहिये,तभी आप पास हो सकते है । लेकिन हर question की नेगेटिव मर्किँग भी होती है इसलिये 40 questions जो की गलत होंगे उनकी negative marking 40 × 0.5 = 20 marks होगी । यानी की अगर आप 60 questions सही कर भी लेते हो और आपके 60 × 2 =120 marks आ भी जाये  तब भी आप fail हो जाओगे ,क्योंकि negative marking उसमे से (- ) घटा दी जायेगी ।

Total questions      100 × 2= 200
 Correct questions   60 × 2 = 120
Negative marking  40 ×0.5 = 20

Your marks = [number of correct questions × 2 - total incorrect questions ×0.5 ( negative making ) ]

Your marks =[ 60 × 2 - 40 × 0.5 ]
= [120 -20]
   =100

यहाँ 20 marks कम हो गये,और आप fail हो जाते हो ।

इसलिये आपको 60 marks की जगह 68 marks लेने पड़ेंगे ताकि जो ऊपर के 8 marks है वो आपके  cut off को negative marking से बचा  सके ।

तब आप के पासिंग marks कुछ इस तरह  होगे ।

Total questions      100 × 2= 200
 Correct questions   68 × 2 = 136
Negative  marking  32 ×0.5 = 16

Your marks = [ 68 × 2 - 32× 0.5 ]
= [136- 16]
=120

  और आप पास होते हो ।

इसलिये आप exam मे आपमे cut off को ध्यान मे रखते हुए,ये तय कर सकते है कि किन-किन subjects मे मुझे कितने marks target करने है तकि आप पासिंग marks ले सके और वो subject अच्छी तरह prepare करे जिनमे आपको लगता है कि आप best है । इनमें से reasoning एक ऐसा subject है जिनमे गलतिया ना होने के chance भी सबसे ज्यादा है और गलतीयां होने के भी ,बेशरते आपकी पकड़ reasoning मे अच्छी हो ।


टाइपिंग  ज्ञान हो सकता है मददगार


जो छात्र 10वी या 12वी के बाद जाब करना चाहते है उन्हे खुद को बुनियादी तौर पर तैयार करना चाहिये । मतलब जो छात्र assistant की नौकरी का सपना देख रहे है ,उन्हे हिन्दी और अँग्रेजी मे typing आनी चाहिये । अँग्रेजी टाइपिंग 40 शब्द प्रति मिनट होनी चाहिये और हिन्दी टाइपिंग 25 से 30 शब्द प्रति मिनट होनी चाहिये ।  इसके इलावा शॉर्टहेंड भी आनी चाहिये जो मानक तौर पर अँग्रेजी मे 100 शब्द प्रति मिनट है । इन मे पकड़ और speed आपकी जयदा से जयदा प्रेक्टीस से ही आयेगी । जो जितनी प्रक्टिस करेगे वो उतने कम समय मे परीक्षा पूरी कर पायेंगे ।

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