एक idea को reality मे बदलने तक का सफर ।
October 01, 2018
एक business idea को हकीकत बनते देखना ,अपने आप मे ही बहुत मजेदार होता है और खुद के लिये प्रेरणा का श्रोत होता है ।
idea को reality मे बदलने तक वो किन-किन पड़ाव से गुजरता है और उसका क्या effect पड़ता है हम उसी के बारे मे discuss करेगे । एक बार जब वो idea reality मे बदल जाता है तो वो आपको इतना inspire करता है कि आप चाहे भी तो उसे छोड़ नही सकते । क्योंकि अब आपको वो idea अंदर से motivate करता रहता है और अब आपको external motivation की भी ज़रूरत नही होती । इसलिये इन पड़ावो को समझना बहुत ज़रूरी है ।
First Stage :- जब सिर्फ एक idea ही हो ।
जब सिर्फ आपके पास एक idea ही हो और वो बार -बार आपके सामने आ रहा हो । फ़िर वो directly और indirectly किसी भी तरह का हो सकता है । आप कही भी हो वो आपका पीछा नही छोड़ रहा । लेकिन आपका उसे करने का कोई मन नही होता ।Second stage :- जब हम उस idea पर काम करने के लिये तैयार होते है ।
धीरे-धीरे हम उस पर काम करने के लिये तैयार हो जाते है क्योंकि हमे लगने लगता है कि हम बहुत आसानी से इसे कर सकते है और फ़िर हम कोशिश शुरू कर देते है । कई तरह की problems आती है लेकिन हम उसे करने के लिये तैयार हो जाते है और बाहर से हम पुरी तरह motivate हो जाते है ।Third stage :- जब वो idea fail हो जाता है ।
तीसरी stage पर पहुँचते-पहुँचते वो idea बुरी तरह से fail हो जाता है । हम उसे करने का हर सम्भव प्रयास करते है लेकिन हम कर नही पाते । हम उसे पुरी तरह से समझ नही पाते और हम हताश हो जाते है । यहाँ हमारी सारी motivation ख़त्म हो जाती है ।Forth stage :- यहाँ पर stage दो हिस्सों मे बट जाती है ।
1. उस idea को हमेशा-हमेशा के लिये छोड़ देते है ।2. उसे दोबारा करने की कोशिश करते है ।
हम दोनो पर ही discuss करेगे । सबसे पहले या तो हम उस idea को छोड़ देते है क्योंकि हमारे इतने बड़े प्रयासो के बाद भी हम उसे reality मे नही बदल पाते और उसे छोड़ देते है और कोई नय idea की तरफ़ आगे बढ़ जाते है । idea से हमे इतनी नफरत हो जाती है कि हम अब उसे दोबारा करना नही चाहते।
लेकिन वही दूसरी तरफ़ कुछ ढीठ किस्म के लोग भी होते है । जो थोड़े दिनो के लिये तो उसे छोड़ देते है लेकिन दोबारा से वापिस motivate हो जाते है और उसे दोबारा करना शुरू कर देते है और अगली stage की तरफ़ आगे बढ़ते है ।
Fifth stage :- एक नया startup एक छोटे level पर शुरू होता है ।
वो idea अब धीरे -धीरे आगे बढ़ता है और एक startup का रुप ले लेता है । लेकिन अभी वो बहुत छोटे level पर होता है और आगे बढ़ने के लिये तैयार हो रहा होता है । अब हमारी मोटिवेशन थोड़ी ओर बढ़ जाती है क्योंकि अंदर से एक fulfillment होनी शुरू हो जाती है ।
sixth stage :- more knowledge and get reality.
वो idea हकीकत बनने के लिये जब पुरी तरह से तैयार होता है तो आगे बढ़ता ही जाता है और उस से related knowledge हमे उसको reality बनाने मे मदद करती रहती है । ये inspiration की भी आखिरी stage होती है क्योंकि अब आप को कोई external motivation की ज़रूरत नही होती । अब आप चाहे भी तो उसे आसानी से छोड़ नही सकते ,तब तक जब तक आपके अंदर से नही आता । क्योंकि वो आपको बार-बार motivate करता रहता है । लेकिन यहाँ पर stages ख़त्म नही होती इसके आगे भी कुछ और stages है ।seventh stage :- low earnings.
आपका goal जब एक Reality का रुप ले लेता है तो उसकी earnings इतनी ज्यादा नही हो पाती, जितनी की होनी चाहिये थी । फ़िर भी वो धीरे -धीरे आगे बढ़ता ही रहता है । लेकिन अब आप उस idea को नही छोड़ते । earnings के लिये कुछ ओर करना पड़ सकता है लेकिन उस idea को लेकर आप अंदर से confirm हो जाते हो । लेकिन कुछ लॉग हार मान कर उस idea को यहाँ छोड़ भी जाते है ।Eighth stage :- well -satisfied earnings.
धीरे -धीरे आपकी Earnings आपको satisfaction देने लगती है और आप उस filed के बारे मे और ज्यादा जानने लगते है और एक बेहतर entrepreneur बनने लगते है । ये हो सकता है कि earnings बहुत ज्यादा ना हो लेकिन वो इतनी ज़रूर होती है कि आपको satisfaction दे सके ।मैने जो भी stages बतायी ज़रूरी नही कि आप उसे business के point of view से देखे ,आप इसे किसी भी filed से relate कर सकते है । क्योंकि एक idea को reality बनाना कोई बच्चो का खेल नही होता । इसे सिर्फ वही reality मे बदल सकता है जिसके अंदर दम होगा और जो अंदर से मजबूत होगा ।
''Reality is created by mind.we can change the reality by changing our mindset''